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RTI की कद्र 2018 में ओर अब 2023 में

*Legal ambit के सीईओ & फाउंडर महावीर पारीक एवं उनके साथियो की टीम की कहानी में 2018 तक RTI की कद्र जो थी उससे रूबरू*


*देखिये! राजस्थान में क्या हो रहा था?*

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आपने कभी सोचा भी नहीं होगा, वो काम राजस्थान के साथी, सदस्य बड़े प्यार से, अधिकार भाव से कर रहे थे।

बीती 23 फरवरी, 2018 को मित्रो (महावीर पारीक नारायण बुगालिया जी) और उनके साथियों ने मिलकर *"सरकारी कॉलेज"* का निरीक्षण किया था यानि कि *सोशल_ऑडिट* ।

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*निरीक्षण के बाद शानदार रिपोर्ट भी तैयार करी थी।*

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*जरा पूरी पढ़ियेगा......उन्हीं के शब्दों में.....*

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"आज (23 फरवरी, 2018) को राजस्थान के साथियों ने सूचना अधिकार से *राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सुजानगढ़ (सुजला कॉलेज)* का निरीक्षण किया। टीम में महावीर पारीक, नारायण बुगालिया, कुबेर पारीक व किशोरदास स्वामी ने कॉलेज का लगभग 2.30 घण्टे तक गहन निरीक्षण किया। जब साथियो की टीम 3 बजे कॉलेज में पहुची वहां कॉलेज के कार्यवाह प्राचार्य *चतरसिंह जी डोटासरा* से मुलाकात हुई 5 मिनट की औपचारिक मुलाकात के बाद टीम निरिक्षण कक्ष में पहुची जहाँ पर उनके सामने टीम ने जो भी फ़ाइल मांगी वो सामने रख दी गयी। इस दौरान निरिक्षण में भींवाराम जी चौधरी ने शानदार सहयोग किया।


निरक्षण में सामने आया कि 'कॉलेज में कुल 61 पद स्वीकृत थे उनमें से मात्र 25 पद भरे हुए थे और 36 पद खाली थे। प्राचार्य व उपाचार्य के पद भी पिछले 12 महीने से खाली है। physics व इतिहास जैसे विषयों के पद पिछले 6 साल से खाली थे एक तरफ सरकारे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बाते करती है तो दूसरी तरफ इतने पदो का खाली होना शिक्षा की पोल खोलता है।'


निरीक्षण में एक बात यह भी सामने आई थी कि कॉलेज ने 5 क्लासरूम बनवाने के लिए pwd विभाग से मई 2016 में एस्टीमेट बनवाया की कितने रुपये का खर्चा आएगा...तो pwd ने 5 क्लासरूम के लिए 70 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाकर दिया। कॉलेज ने वो एस्टीमेट राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA) को भेज दिया कि हमे 5 क्लासरूम बनाने के लिए 70 लाख रुपये की आवश्यकता है। आनन फानन में RUSA ने 50 लाख रुपये कॉलेज के मार्फ़त PWD डीडवाना को जून 2016 भेज दिए कि आप 50 लाख रुपये लीजिये ओर 5 कमरे बना दीजिये बनाने के बाद आपको 20 लाख रुपये ओर मिल जाएंगे PWD ने भी बोल दिया कि हम 2 महीने में 5 कमरे बनवा देंगे लेकिन मजेदार बात यह रही कि भौतिक तोर पर आज भी कमरों का काम अधूरा पड़ा था। ओर PWD ने 20 लाख रुपये लेने की जल्दबाजी में कॉलेज को BULDING HANDOVER कागज भी दे दिया कि कमरे बनकर तैयार था और 20 लाख रुपये दे दो ।


इसके अलावा वेतन बिल, कॉलेज को मिलने वाले पैसे के स्त्रोत व खर्च किये गए कागजो को गहन निरीक्षण अभिनव राजस्थान के साथियों ने किया। इस दौरान भींवाराम जी व जीवराज जी पूरे समय साथ रहे और हर विषय पर पूरी जानकारी प्रदान की ओर सकारात्मक रवैया रहा। महाविद्यालय स्टाफ के साथ चाय की चुस्कियां भी ली और निरीक्षण बहुत ही शानदार रहा।

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जय हिंद

वन्दे मातरम

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*(वाह! यह था असली लोकतन्त्र। लोक का तन्त्र पर नियंत्रण। सम्मान से, निःस्वार्थ भाव से, अधिकार भाव से)*

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*इंकलाब_जिंदाबाद*


महावीर पारीक

*सीईओ & फाउंडर, LEGAL AMBIT.*

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